परिचय
Juthan important questions
बिहार बोर्ड कक्षा 12 के हिन्दी गद्य खंड का चैप्टर 10 जूठन समाज में मू। जूद असमानता भेदभाव और व्यक्ति के आत्मसम्मान पर पड़ने वाले प्रभावों पर आधारित है। यह अध्याय समाज में व्याप्त विभिन्न प्रकार की जूठन और इसके प्रभावों पर विस्तृत चर्चा करता है। यह विद्यार्थियों को समाज की वास्तविकता से मुद्दों पर सोचने के लिए प्रेरित करता है।
जूठन का अर्थ
Juthan important questions
किसी वस्तु या भोजन का वह हिस्सा जो उपयोग के बाद बचा हुआ होता है। इस अध्याय में यह शब्द प्रतीकात्मक रूप से यं लोगों की ओर संकेत करता है। जिन्हें समाज में उपेक्षित या भेदभावपूर्ण व्यवहार का सामना करना पड़ता है। जूठन के माध्यम से समाज में व्याप्त असामान्यता, अपमान और शोषण को व्यक्त किया गया है।
जूठन के प्रकार
- भाषिक जूठन:
समाज में भाषा के आधार पर होने वाले भेदभाव का वर्णन करता है। जैसे कुछ समुदायों की भाषा को मुख्यधारा में नकार जाना।
- सामाजिक जूठन:
जाती धर्म, वर्ग और अन्य सामाजिक कारकों के आधार पर होने वाले भेदभाव की ओर संकेत करता है।
- आर्थिक जूठन:
यह आर्थिक संसाधनों में असमानता और शोषण को दर्शाता है, जिससे गरीब वर्ग की मुश्किलें बढ़ती है।
- अन्य प्रकार :
शैक्षिक, व्यावसायिक और स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुँच में असमानता को भी जूठन के अन्य प्रकारों में शामिल किया जा सकता है।
जूठन के प्रभाव
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- समाज पर प्रभाव : समाज में तनाव, भेदभाव और असंतोष की भावना का विकास होता है। जो समाज की उन्नति में बाढ़ उत्पन्न करता है।
- व्यक्ति पर प्रभाव: जूठन का सामना करने वाले लोगाओं में आत्मसमान की कमी ए। उर मानसिक तनाव होता हाई। यह उनके व्यक्तित्व के विकास को बाधित करता ही।
- पीढ़ियों पर प्रभाव: सामाजिक भेदभाव के यह परंपरा भविष्य की पीढ़ियों में भी असमानता की भावना को जन्म देती है। जिससे समाज में स्थायी बदलाव आने में कठिनाई होती है।
अध्याय का महत्व
चैप्टर 10 जूठन विद्यार्थियों को समाज में मौजूद असामान्यता और इसके खतरों के प्रति जागरूक करता है। यह उन्हें यह सोचने पर मजबूर करता है, कि कैसे समाज में समानता और भाईचारे की भावना को बढ़ाया सकता है। यह अध्याय विद्यार्थियों को समाज में व्याप्त समस्याओं को समझने और उनके समाधान के लिए प्रयास करने की ऑरेरण देता है।
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निष्कर्ष
Juthan important questions
- जूठन एक ऐसा अध्याय है जो समाज में व्याप्त भेदभाव और असामान्यता के मुद्दों पर गहन दृष्टि प्रदान करता है।
- विद्यार्थियों के लिए यह एक मूल्यवान पाठ है। जो ना केवल उन्हें सामाजिक समस्याओं को समझने के लिए प्रेरित करता है।
- बल्कि एक न्यायपूर्ण समाज बनाने के लिए अपने प्रयासों को समर्पित करने की भी प्रेरणा देता है।
FAQs
जूठन का क्या अर्थ है? जूठन का शाब्दिक अर्थ है किसी वस्तु या भोजन का बचा हुआ हिस्सा।
इस अध्याय में इसे प्रतीकात्मक रूप में उन लोगों के लिए प्रयोग किया गया है
जिन्हें समाज में भेदभाव, उपेक्षा और असमानता का सामना करना पड़ता है।
इस अध्याय में जूठन के कौन-कौन से प्रकार बताए गए हैं? जूठन के विभिन्न प्रकारों में भाषिक जूठन, सामाजिक जूठन, आर्थिक जूठन और अन्य प्रकार शामिल हैं।
ये सभी किसी न किसी रूप में समाज में असमानता और भेदभाव को दर्शाते हैं।
भाषिक जूठन क्या है? भाषिक जूठन से तात्पर्य भाषा के आधार पर होने वाले भेदभाव से है।
समाज में कुछ भाषाओं या बोलियों को मुख्यधारा में स्थान नहीं दिया जाता,
जिससे उनके बोलने वालों को भेदभाव का सामना करना पड़ता है।
जूठन का समाज पर क्या प्रभाव पड़ता है? जूठन के कारण समाज में असमानता, तनाव और असंतोष बढ़ता है।
इससे समाज में एकता और सामंजस्य की भावना कमज़ोर होती है
और लोगों के बीच भेदभाव और दूरियाँ बढ़ती हैं।
व्यक्ति पर जूठन का क्या प्रभाव होता है? जिन व्यक्तियों को जूठन का सामना करना पड़ता है, उनमें आत्म-सम्मान की कमी और मानसिक तनाव बढ़ता है।
वे खुद को हीन समझने लगते हैं, जिससे उनके विकास और प्रगति में बाधा आती है।