विवरण
Roj Saransh
| आधारित पैटर्न | बिहार बोर्ड, पटना |
|---|---|
| कक्षा | 12 वीं |
| संकाय | कला (I.A.), वाणिज्य (I.Com) & विज्ञान (I.Sc) |
| विषय | हिन्दी (100 Marks) |
| किताब | दिगंत भाग 2 |
| प्रकार | सारांश |
| अध्याय | गद्य-5 | रोज – सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन (अज्ञेय) |
| कीमत | नि: शुल्क |
| लिखने का माध्यम | हिन्दी |
| उपलब्ध | NRB HINDI ऐप पर उपलब्ध |
| श्रेय (साभार) | रीतिका |
सारांश
Batchit Saransh
“रोज” कहानी “सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन अज्ञेय” द्वारा लिखी गई है। इस कहानी में लेखक 4 साल बाद मालती से मिलने गए है। मालती उनकी दूर के रिश्ते की बहन है, लेकिन वह एक दोस्त की तरह रहते थे, उनकी पढ़ाई एक साथ हुई थी। जब लेखक मालती से मिले थे, तो वह एक लड़की थी, और अब वह एक विवाहित है, जो एक बच्चे की माँ भी है।
